भारतीय राष्ट्रिय ध्वज के बारे में रोचक तथ्य। Indian Flag Facts in Hindi
जैसा की हम सब जानते है की हर एक देश का अपना अपना राष्ट्रीय ध्वज होता है। हर एक देश के लिए उनका राष्ट्रीय ध्वज राष्ट्रिय गौरव और सम्मान का प्रतिक होता है। भारत देश के राष्ट्रिय ध्वज को 'तिरंगा' (Tiranga in Hindi) भी कहा जाता है।
पुरे भारत भर में लोग खास मौको पर जैसे की स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर बड़ी शान से तिरंगा फहराते है। भारत का राष्ट्रीय ध्वज राष्ट्र की अखंडता और संप्रभुता को दर्शाता है। यही राष्ट्रिय ध्वज पुरे देश के लोगो को एक सूत्र में बांधे रहता है।
इस आर्टिकल में हम भारतीय राष्ट्रिय ध्वज से जुड़े दिलचस्प तथ्य (Amazing Facts about Indian Flag in Hindi) के बारे में जान पाएंगे।
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के बारे में तथ्य
1. भारतीय राष्ट्रिय ध्वज में चार रंग होते है। मुख्य रूप से इसमें केसरिया, हरा और सफ़ेद रंग होता है, इसलिए इसे तिरंगा भी कहा जाता है।
2. भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में सबसे ऊपरी केसरिया रंग होता है , केसरिया रंग भारत के साहस और वीरता के प्रतिक को दर्शाता है। मध्यम भाग सफ़ेद रंग का होता है, सफ़ेद रंग शांति और सत्य को दर्शाता है। हरा रंग विकास, कृषि और आशा को दर्शाता है।
3. भारतीय राष्ट्रिय ध्वज के बारे में "फ्लैग कोड ऑफ़ इंडिया" नामक कानून है। जिसमे भारतीय तिरंगा फहराने के नियम और कायदे निर्धारित किये गए है।
4. हमेशा भारतीय राष्ट्रिय ध्वज आयताकार में होकर इसका अनुपात ३:२ ही होना चाहिए।
5. 2022 में कानून में हुए संशोधन के बाद अभी तिरंगा दिन-रात फहराया जा सकता है, इससे पहले सिर्फ सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक ही तिरंगा झंडा फहराया जाता था।
6. भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को फेंक देना, पैरो से कुचलना या फिर कचरे में डाल देना कानूनन अपराध माना जाता है।
7. अगर कोई भी व्यक्ति राष्ट्रिय ध्वज को फेकते, कुचलते, जलाते या फिर नियमबाह्य तरीके से ध्वजारोहण करते पाया जाता है तो उसे जुर्माना देना या फिर जेल जाना पड़ सकता है।
8. भारतीय ध्वज संहिता कानून के अनुसार किसी भी हालत में ध्वज का जमीन और पानी से संपर्क नहीं होना चाहिए।
9. तिरंगे का इस्तेमाल आप किसी भी प्रकार की पोशाख पर नहीं कर सकते।
10. किसी भी महत्वपूर्ण व्यक्ति की अगर मृत्यु हो जाए तो राष्ट्रिय ध्वज को आधा झुकाया जाता है। राष्ट्रिय ध्वज को आधा झुकाना राजकीय शोक का प्रतिक माना जाता है। राजकीय शोक को घोषित करने का अधिकार भारत के राष्ट्रपति के पास होता है।
11. देश के लिए शहीद हुए भारतीय जवानो को सम्मान देने के लिए उनके पार्थिव शरीर को भारतीय तिरंगे झंडे से लपेटा जाता है। उनका अंतिम संस्कार होने से पहले तिरंगे को उतार लिया जाता है और बाद में इसे बड़े सम्मान के साथ गोपनीय तरीके से जला दिया जाता है।
12. सबसे पहले भारतीय राष्ट्रिय ध्वज का डिज़ाइन आंध्रप्रदेश के पिंगली वेंकैया द्वारा बनाया था, जिसे सबसे पहली बार १९२१ में महात्मा गाँधी के सामने प्रस्तुत किया गया था।
13. तिरंगे को सबसे पहली बार 22 जुलाई 1947 को राष्ट्रिय ध्वज के रूप अपनाया गया।
14. भारतीय राष्ट्रिय ध्वज में सफ़ेद रंग की पट्टी पर नीले रंग का अशोक चक्र होता है, इस चक्र में २४ तीलियाँ होती है। अशोक चक्र से पहले इस सफ़ेद पट्टी पर चरखा का चिन्ह था।
15. भारतीय राष्ट्रिय ध्वज पर किसी भी प्रकार की कलाकृति या लिखावट नहीं कर सकते , ऐसा करना गैरकानूनी माना जाता है।
नोट- इस आर्टिकल में दी गयी पूरी जानकारी विभिन्न स्त्रोत से ली गयी है जो केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है इसलिए livingfactshindi.com इस जानकारी के लिए किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
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